बरेली। बरेली में शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये गए है। कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए पुलिस ने पहले से ही मोर्चा संभाल लिया है। इत्तेहाद ए मिल्लत कॉउन्सिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान ने केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाते हुए शुक्रवार से जेल भरो आंदोलन की घोषणा की थी। इसको देखते हुए चौकसी बढ़ा दी गई है। इस्लामिया मैदान में भीड़ जुटाने की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद आइएमसी की अपील पर प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी। गुरुवार को मैदान के चारों ओर बैरियर लगा दिए गए। पीएसी, आरएएफ समेत 1400 पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। शहर को तीन जोन और छह सेक्टर में बांटा गया। क्षेत्र के आसपास रूट डायवर्जन भी किया गया है।
जेल भरो आंदोलन को लेकर आइएमसी की ओर से जगह जगह पर्चे बांटे गए है। पर्चे के जरिए मुसलमानो से अपील की गई है कि अब वक्त आ गया है की हमे ज्ञानवापी समेत अपनी मस्जिदों, मदरसों, मजारों और मुसलमानों को लिंचिंग से बचाना है। इसलिए शुक्रवार को सभी लोग इस्लामिया ग्राउंड पर इकठ्ठे हो और कलेक्ट्रेट के लिए कूच करें।
इस मामले में एसएसपी का कहना है कि बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। पीएसी और आरएएफ के साथ साथ पड़ोसी जिलों से भी फोर्स को मंगाया गया है। ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। पूरे जिले को सेक्टर और जोन में बाटा गया है।
एसपी सिटी राहुल भाटी ने कहा कि शुक्रवार को तौकीर रज़ा ने जेल भरो आंदोलन की चेतवानी दी है और पर्चे बाटकर मुसलमानों को इक्कठा होने की अपील की है। इस मामले में कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। तौकीर रजा समेत उनकी पार्टी के 30 पदाधिकारियों को सीआरपीसी की धारा 149 के तहत नोटिस दिया गया है। उनका कहना है कि किसी को भी सभा करने की परमीशन नही दी गई है। कोई भी अगर कानून व्यवस्था हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
गौरतलब है कि इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा ने दो दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि हिंदुस्तान में मुसलमान बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। तौकीर रजा को सुप्रीम कोर्ट, मोदी सरकार, एएसआई समेत किसी भी सरकारी तंत्र पर भरोसा नहीं है। उनका कहना है बाबरी मस्जिद को तो हमसे छीन लिया गया और तब मुसलमानों ने देश की सुख शांति के लिए कोई रिएक्शन नहीं किया वहीं अब जब ज्ञानवापी और ईदगाह समेत 3 हजार मस्जिदों की लिस्ट मोदी सरकार ने बना रखी है जो हमसे छीन ली जायेगी। लेकिन अब मुसलमान ऐसा नहीं होने देगा। ज्ञानवापी को किसी भी कीमत पर नहीं लेने देंगे। यही वजह है की अब हमे आजाद रहने की कोई जरूरत नहीं है बल्कि हम अब सामूहिक गिरफ्तारी देंगे, लोकतांत्रिक ढंग से विरोध करेंगे और देश भर में जेल भरो आंदोलन चलेगा। वही अगर इस बीच कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।
मीडिया में आई खबरों में तौकीर रजा ने दिल्ली में कहा की सरकार उनकी हत्या करवाना चाहती है। यही वजह है की तौकीर रजा की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को हटा लिया गया है।