देहरादून/ऋषिकेश 18 मई।
आज सुबह भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ऋषिकेश के पास शिवाजी नगर क्षेत्र में तेज धमाकों से क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। सभी लोग घरों से बाहर निकल आए। शिवाजी नगर की गली नंबर 18A में बने एक गौआश्रम में भीषण आग लगने से अंदर बंधे तीन गोवंशी जल गए। आश्रम के मालिक ने यहां अवैध रूप से पेइंग गेस्ट हाउस संचालित कर उसमे मरीज और उनके तीमारदारों को ठहराया जाता है। घटना के वक्त करीब 12 लोग भीतर मौजूद थे। सभी ने भाग करके अपनी जान बचाई। सूचना पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पहुंची।
घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोगों की पुलिस की टीम से नोक-झोंक हुई। फायर बिग्रेड टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
इस घटना ने शिवाजी नगर क्षेत्र में अवैध रूप से चलने वाले इस पेइंग गेस्ट हाउस की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। शिवाजी नगर की घनी आबादी के बीच मोनी बाबा नाम के एक व्यक्ति ने गौआश्रम बना रखा है। यहां गोवंश ही नहीं बल्कि एम्स में आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को भी ठहराया जाता है। जिनका कुछ भी लेखा-जोखा आश्रम स्वामी के द्वारा नहीं रखा जाता है।
बताया जा रहा है कि गौआश्रम के पेइंग गेस्ट हाउस में सुबह रसोई में आग लगने के कारण पास में ही काफी मात्रा में लगे हुए भूसे के ढेर में भी आग लग गई। हरिद्वार से अपने माता-पिता को लेकर आई हुई साध्वी भी आग में झुलस गई उसे एम्स में जाना था। बताया जा रहा है यहाँ करीब 12 लोग रात में ठहरे हुए थे।
शिवाजी नगर के भीतर से होकर जाने वाले नाले के ऊपर अतिक्रमण कर यह आश्रम बनाया गया है। मौके पर पहुंचे एम्स चौकी प्रभारी विनेश कुमार ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया हैं, पूरे मामले की जांच की जा रही है।