बाबत खान हरिद्वार 03 सितंबर 2024।
धर्मनगरी हरिद्वार की उपनगरी ज्वालापुर में हुई डकैती की घटना को लेकर डीजीपी उत्तराखंड ने घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना की बारीकी से जानकारी ली। श्रीबालाजी ज्वेलर्स के स्वामी से मुलाकात कर आश्वासन दिया कहा कि पुलिस टीम जल्दी घटना का खुलासा करेगी।
हरिद्वार पुलिस एवं एसटीएफ के बेस्ट पुलिस ऑफिसर्स इस घटना के खुलासे में लगे हैं हमें उम्मीद है कि जल्द हम घटना का खुलासा करेंगे- डीजीपी
आज मंगलवार को डीजीपी उत्तराखंड श्री अभिनव कुमार ने देर सांय हरिद्वार पहुंचकर सबसे पहले ज्वालापुर क्षेत्र में ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती के घटनास्थल पर पहुंच कर दुकान मालिक व पुलिस अधिकारियों से घटना के बारे में बारीकी से जानकारी ली साथ ही पीड़ित को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के साथ घटना के खुलासे का आश्वासन दिया और कहा कि रविवार को हुई डकैती प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी घटना है। इसे हमने चुनौती के तौर पर स्वीकार किया है।
पत्रकारों से बातचीत में डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि रविवार को हुई डकैती प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी घटना है। इसे हमने चुनौती के तौर पर स्वीकार किया है। हरिद्वार के अफसरों और एसटीएफ की बेस्ट टीमें घटना के खुलासे के लिए लगाई गई हैं। अपराधी को पकड़ेंगे और माल भी बरामद करेंगे। कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूरी जांच पड़ताल पर नजर बनाए हुए हैं। इसलिए एसटीएफ को भी खुलासे में लगाया गया है। कहा कि देवभूमि में पर्यटक व तीर्थ यात्रियों का स्वागत होता है। जो भी अपराधी इस तरह का दुस्साहस करेंगे, चाहे वो कहीं के भी हों, उनका पुलिसिया ढंग से स्वागत करना हमें आता है। जल्द निकट भविष्य में इसका सही खुलासा होगा और माल भी बरामद होगा। भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए सार्थक प्रयास किए जाएंगे
तत्पश्चात डाम कोठी में जनपद के सभी पुलिस राजपत्रित अधिकारियों के साथ जनपद की कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की। बैठक में आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के साथ साथ अपराधों की रोकथाम व कानून व्यवस्था प्रभावी बनाने के लिए अधीनस्थों को निर्देश दिए एवं अपराध नियंत्रण के लिए आपसी समन्वय के साथ साथ सूचनाओं के त्वरित संप्रेषण को जरूरी बताते हुए प्रोफेशनल पुलिसिंग कर घटना के खुलासे पर जोर दिया गया।
जनपद में बड़े स्तर पर किरायेदारों और बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन हेतु सत्यापन अभियान चलाने पर अधिक जोर देने के साथ-साथ घटना से जुड़ी प्रत्येक जानकारी को क्रॉस चेक, अधिकारी में उच्च स्तर का समन्वय, वैज्ञानिक अप्रोच के साथ आगे बढ़ने आदि अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मंथन करते हुए उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।