“अगर अपराधी अपनी साजिश में सफल हो जाता तो मृतका को न्याय नहीं मिल पाता पुलिस टीम ने मेहनत से काम कर बढ़िया खुलासा किया है, पूरी टीम बधाई की पात्र है – एसएसपी हरिद्वार”
हरिद्वार। मामला कोतवाली मंगलौर का है । गत 7 फरवरी की रात को डायल 112 के माध्यम से सूचना मिली कि नहर पटरी नसीरपुर में एक दुर्घटना हुई है जिसमें एक महिला नहर में डूब गई है जबकि 01 व्यक्ति डूबने से बच गया है। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य किए।
अगले ही दिन घटना को संदिग्ध बताते हुए नहर में बही मृतका के पिता ने अपने दामाद और अन्य द्वारा साजिश रच कर विवाहिता को गंगनहर में धक्का देकर हत्या कर देने के संबंध में अंतर्गत धारा 302 .201. 120बी IPC में कोतवाली मंगलौर में मुकदमा दर्ज कराया।
घटना में आए नाटकीय परिवर्तन का संज्ञान लेते हुए अनुभवी पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह से वार्ता कर मामले की गहरी पड़ताल कर हकीकत सामने लाने के कुछ टिप्स बताते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए और मामले में समय-समय पर अपडेट करने को कहा।
टीम ने पूरे मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि मृतका के नाम पर 44 लाख रुपए का बैंक लोन था। आरोपी पति अतेंद्र पुत्र सत्य प्रकाश निवासी ग्राम झडका थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश ज्वालापुर में आटा चक्की उद्योग का कार्य करता है जिसने इसी कार्य के लिए मृतका के नाम पर 44 लाख रुपए का लोन लिया था। आरोपी का साथी अजय प्रकाश उर्फ रवि निवासी ग्राम झडका थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश भी आटा चक्की में ही काम करता था। आरोपित पति के एक अन्य महिला से अवैध संबंध की बात भी सामने आई। लोन चुकाने से बचने के लिए अभियुक्त ने बैंक जाकर पता किया तो वहां उसको पता चला कि मरने के बाद लोन माफ हो जाता है। ये बात पता चलते ही उसने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने की तरकीब भिड़ाने लगा। इन्हीं सबके बीच उसने CID सीरियल देखकर योजना बनाई और उसी के अनुसार योजनाबद्ध तरीके से अपनी पत्नी (मृतका) को धोखे से कोल्ड ड्रिंक एवं अन्य तरीकों से शराब पीने की आदत/लत लगाई।
आरोपित पति ने पहले भी एक दो बार कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाया। एक दिन उसकी बनाई हुई योजना के अनुसार सब कुछ वैसा ही हुआ जैसा वो चाहता था और घटना वाले दिन मृतका को धोखे से काफी शराब पिलाकर जबरदस्ती वेगनआर में डालकर हरिद्वार लाया गया। दूसरा आरोपित अजय प्रकाश (चक्की में काम कर रहा आरोपित जिसे मुख्य आरोपित ने 5 लाख देने का वायदा किया था) मोटरसाइकिल पर पीछे-पीछे आ रहा था। कहीं कोई कमी न रह जाए इसलिए दोनों ने रास्ते में मृतका को पुन: शराब पिलाई और फिर पूरा फिल्मी सीन रचते हुए नहर पटरी पर ग्राम नसीरपुर के पास कार को इस प्रकार से धकेल दिया कि देखने में किसी को भी पहली नजर में एक्सीडेंट लगे और खुद ही डायल 112 तथा 108 एंबुलेंस को भी सूचना दी ताकि किसी को कोई शक न रहे। सब कुछ प्लानिंग के अनुसार चल रहा था। ऐसी प्लानिंग करने वाले आरोपित पति ने सोचा कि पत्नी (मृतका) को रास्ते से हटाकर उसके अवैध संबंध वाला रास्ता भी साफ हो जाएगा और लोन भी माफ हो जाएगा।
लेकिन इस पूरी प्लानिंग को असफल करते हुए पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण और पारंपरिक पुलिसिंग की मदद से कई जगह कहानी में झोल देखा और महत्वपूर्ण सुरागों की कड़ियों को आपस में जोड़ते हुए दिनांक 10.02.2024 को दोनों आरोपियों को दबोचने में सफलता हासिल कर विधिनुसार जेल भेज दिया।
अभियुक्त द्वारा बताया गया कि हत्या किए जाने का आइडिया टीवी सीरियल सीआईडी देखने के बाद आया। फिलहाल पुलिस टीमों द्वारा नहर में मृतका के शव की तलाश जारी है।