आगरा। मुगल शहंशाह शाहजहां के उर्स में सर्वधर्म सदभाव की प्रतीक सतरंगी 1560 मीटर लंबी चादर चढ़ाई जाएगी। पिछले वर्ष उर्स में खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी ने 1478 मीटर लंबी चादर चढ़ाई थी। शाहजहां का 369 वां उर्स 6 से 8 फरवरी तक ताजमहल में मनाया जाएगा। इसमें पर्यटकों को तहखाना में स्थित शाहजहां व मुमताज की असली कब्रों को देखने का मौका मिलेगा। हालांकि शाहजहां के इस उर्स पर विवाद का साया दिख रहा है। गौरतलब है कि अखिल भारत हिंदू महासभा ने ताजमहल में शाहजहां के उर्स पर रोक लगाने के लिए न्यायालय में याचिका दायर की है।
शाहजहां का उर्स हिजरी कैलेंडर के रजब माह की 25, 26 व 27 तारीख को मनाया जाता है। इस बार यह तारीख 6 से 8 फरवरी तक पड़ रही हैं। साल में केवल एक बार उर्स के दौरान ही ताजमहल के तहखाना में स्थित शाहजहां व मुमताज की असली कब्रों को खोला जाता है। उर्स के आखिरी दिन 8 फरवरी को दुनिया की सबसे लंबी हिंदुस्तानी सतरंगी चादर मुगल शहंशाह शाहजहाँ और उनकी बीवी मुमताज की कब्रों पर चढ़ाई जाएगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं।
1560 मीटर लंबी सर्वधर्म सदभाव की चादर
सर्वधर्म का प्रतीक सदभाव चादर ताज नगरी आगरा में शाहजहां के उर्स के मौके पर दुनिया की सबसे लंबी चादर पेश की जाएगी । 8 फरवरी को ताजमहल के दक्षिणी गेट से चादर ताजमहल के तहखाने में मौजूद शाहजहां और मुमताज की कब्र तक चढ़ाई जाएगी। खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी के अध्यक्ष ताहिरउद्दीन ने कहा कि यह चादर सर्वधर्म सदभाव की प्रतीक है। यह चादर न किसी हिंदू की है न मुसलमान की है। यह सभी धर्म के लोगों की चादर हैं। हर साल चादर लंबी होती जाती है। इस बार हम 1560 मीटर लंबी चादर चढ़ाएंगे।
ताजमहल में प्रवेश रहेगा निशुल्क
आज से शाहजहां और मुमताज का 369 वां उर्स शुरू हो रहा है। पहले दिन जोहर की नमाज के बाद से देसी-विदेशी सैलानियों के लिए ताजमहल में प्रवेश बिल्कुल निशुल्क रहेगा। इसमें पर्यटकों को तहखाना में स्थित शाहजहां व मुमताज की असली कब्रों को देखने का मौका मिलेगा।