रिपोर्टर-बाबर खान
हरिद्वार। हरिद्वार ड्रग इंस्पेक्टर के नेतृत्व में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की टीम ने कल रूडकी बाईपास पर रिलीफ बॉयोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर छापा मारा। छापे के दौरान टीम को दवा निर्माण का काम टेक्नीशियन की जगह मजदूर करते मिले। कंपनी में दवा बनाने और रखने वाले स्थान पर गंदगी मिलने समेत तमाम बड़ी खामियां मिलीं। टीम ने दवा उत्पादन पर रोक लगाते हुए लाइसेंस के निरस्तीकरण के लिए रिपोर्ट विभाग को भेजी है।
दवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सरकार की ओर से ड्रग विभाग और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की टीम को संयुक्त रूप से दवा कंपनियों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही खामियां मिलने पर कार्रवाई का भी निर्देश मिला है। इसी क्रम में हरिद्वार ड्रग इंस्पेक्टर अनिता भारती के नेतृत्व में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की टीम ने बृहस्पतिवार को मखियाली-पीरपुरा रोड, रुड़की बाईपास मंगलौर स्थित रिलीफ बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर छापा मारा।
टीम ने लैब, कच्चा माल, पानी की व्यवस्था, कर्मचारियों की वर्दी आदि की जांच की। जांच के दौरान टेक्नीशियन की जगह मजदूर दवा का निर्माण करते मिले। इसके अलावा कच्चा माल और जहां तैयार दवा रखी हुई थी, वहां पर गंदगी मिली। सादे पानी से दवा तैयार होती मिली। साथ ही जो मजदूर दवा निर्माण में लगे थे उन्होंने नियमानुसार वर्दी नहीं पहनी थी। इस पर टीम ने तत्काल प्रभाव से दवा उत्पादन पर रोक लगाते हुए लाइसेंस सरेंडर कराया। साथ ही लाइसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति के लिए रिपोर्ट विभाग को भेजी है।
मिली जानकारी के अनुसार, कंपनी में दवा बिहार सरकार के लिए तैयार की जाती हैं। इसके अलावा जन औषधि केंद्र पर भी यहीं से तैयार दवा भेजी जाती हैं। दवा कंपनी का हर साल का टर्न ओवर 25 से 30 करोड़ रुपये है।