हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर रोपवे को बंद कर दिया गया है. 31 दिसंबर को रोपवे की लीज खत्म होने के चलते रोपवे बंद हुआ है। इसके चलते श्रद्धालुओं के सामने पैदल रास्ते से ही मंदिर में दर्शन करने जाने का विकल्प बचा हुआ है। मंदिर रोपवे मार्ग से 2 से ढाई हजार लोग रोजाना दर्शन के लिए जाते हैं। प्रशासन रोपवे कंपनी उषा ब्रेको की लीज बढ़ाने पर विचार कर रहा है। गौरतलब है कि उषा ब्रेको नाम की कंपनी मनसा देवी मंदिर रोपवे का संचालन करती है। 2021 में कंपनी की लीज खत्म होने के बाद ढाई साल के लिए लीज का एक्सटेंशन किया गया था। यह एक्सटेंशन 31 दिसंबर को खत्म हो गया है।
बता दें कि मां मनसा देवी मंदिर और चंडी देवी मंदिर पर जाने के लिए रोप-वे का संचालन किया जाता है। इस रोप-वे से लोग आसानी से मंदिरों में दर्शन के लिए चले जाते हैं। रोप-वे के जरिए खासकर महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगों और बुजुर्गों को मंदिरों तक जाने में काफी आसानी होती थी।
मिली जानकारी के मुताबिक मनसा देवी मंदिर के लिए चलने वाले रोप-वे से रोजाना तकरीबन 2 हजार से ज्यादा श्रद्धालु सफर करते है. इतना ही नहीं सीजन में 5 हजार तक यात्री यहां आते हैं. सरकार की ओर से 31 दिसंबर 2023 तक रोपवे संचालन का कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाया गया था, जो रविवार को पूरा हो गया. अब से मनसा देवी मंदिर पर रोप-वे से जाने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
मनसा देवी मंदिर पर चलने वाले रोप-वे की लीज मई 2021 में खत्म हो गई थी, लेकिन सरकार की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधाओं को देखते हुए रोपवे का संचालन 31 दिसंबर 2023 तक बढ़ाया गया था।