उत्तरप्रदेश/मुजफ्फरनगर 18 दिसम्बर2024।
उत्तरप्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले के भोपा थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव में एक घटना ने किसान समुदाय को हैरान कर दिया है। कड़ाके की ठंड के बीच आसमान से बर्फ के टुकड़े गिरने से इलाके में सनसनी फैल गई। यह अद्भुत प्राकृतिक घटना न सिर्फ स्थानीय किसानों के लिए चिंता का विषय बन गई, बल्कि इसके कारण उनकी गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई है।
मुजफ्फरनगर नगर के बसेड़ी गांव में गंगनहर की पटरी पास खेतों में काम कर रहे किसान मोनू सैनी के मूताबिक, जब वह सुबह अपने खेतों में पहुंचा तो गेंहू की फसल में बर्फ के टुकड़े देख दंग रह गया। अद्भुत नजारा देखकर मीनू डर गया और उसने आसमान में तैरते हुए बर्फ के बादल देखे। मोनू सैनी का कहना है कि बर्फ के टुकड़े गिरने के बाद से मौसम में कोई असामान्य बदलाव नहीं आया था, और आसमान में हल्के बादल ही दिखाई दे रहे थे।
खेतों में गिरे हुए बर्फ के टुकड़े
मोनू ने आसपास के अन्य किसानों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। लोग आकर बर्फ के टुकड़ों और आकाश में तैरते बर्फ के बादलों की तस्वीरें अपने कैमरों में कैद करने लगे। हालांकि, मोनू सैनी ने इस घटना को प्रकृति का चमत्कार तो माना, लेकिन इसमें उनकी गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुँचा है।
मीनू सैनी ने कहा, “यह एक चमत्कारी घटना जरूर है, लेकिन मेरी फसल को इससे भारी नुकसान हुआ है। अगर कोई किसान उस समय खेत में मौजूद होता, तो बर्फ के टुकड़े उस पर गिरकर गंभीर चोट का कारण बन सकते थे। बर्फ के टुकड़ों का अचानक गिरना किसानों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता था।”
क्षेत्र के किसान इस घटना से चिंतित हैं क्योंकि बर्फ के गिरने से फसल को नुकसान पहुंचने की स्थिति में उनका पूरा साल का मेहनत बेकार हो सकता है। घटना के बाद, इलाके के किसानों में भय का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि घटना के समय आसमान में हल्के बादल थे, मौसम लगभग साफ था और अचानक तेज आवाज सुनाई दी, जिसके बाद बर्फ के टुकड़े गिरने लगे। इस घटना ने किसानों को और अधिक जागरूक किया है और वे अब सतर्क रहने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। यह घटना स्थानीय किसानों के लिए एक चेतावनी भी बन सकती है। पहले से ही कठिन मौसम परिस्थितियों का सामना कर रहे किसान अब इस नई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तैयार नहीं है। बर्फ के अचानक गिरने के कारण होने वाली क्षति से बचने के उपायों पर चर्चा करने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
इस घटना के बाद, किसानों ने प्रशासन से अपील की है कि वह इलाके में कृषि संकट के कारणों का अध्ययन कर कोई ठोस कदम उठाए। किसान चाहते हैं कि प्रशासन किसानों को ऐसी प्राकृतिक घटनाओं से बचने के लिए उचित जानकारी और संसाधन मुहैया कराने के साथ ही प्रशासन को इस घटना के वैज्ञानिक कारणों का पता लगाना चाहिए। बर्फ के टुकड़े इस तरह से गिरने का कोई प्राकृतिक कारण जरूर होगा।
वहीं मौसम वैज्ञानिक अनुज मलिक का कहना है की इस तरह की घटना मुज़फ्फरनगर में पहली बार सामने आई है ना तों पहले कभी ऐसा मामला सामने आया है ना कभी आशंका जताई गयी थी। ना तों ये औला वृष्टी कही जा सकती है। बाकी जाँच के बाद ही पता चल पायेगा कि ऐसा होने के पीछे क्या कारण रहा।