मुख्तार अंसारी का जन्म उत्तर प्रदेश के यूसुफपुर में 30 जून, 1963 को हुआ था। उसका जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ था जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा था। उनके दादा डॉ० मुख्तार अहमद अंसारी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से एक थे और 1927 में पार्टी अध्यक्ष भी रहे। उनके नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान ने भारतीय सेना में सेवा की और कश्मीर के नौशेरा में ड्यूटी के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
पांच बार के विधायक रहे और रोबिन हुड कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी की कल शाम इलाज के दौरान मौत हो गई हैं। बताया जा रहा है, बांदा जेल में गुरुवार शाम हालत बिगड़ने पर बाँदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था।जहां उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई।
मुख्तार अंसारी को अलग-अलग मामलों में 2 बार उम्रकैद हुई थी। वह 2005 से सजा काट रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डीजी (जेल) एस.एन. साबत ने एक बयान में कहा मुख्तार अंसारी रमजान के दौरान रोजा रख रहे थे और गुरुवार को रोजा तोड़ने(अफ्तार) के बाद उनकी हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर बांदा अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मुख्तार अंसारी को आठ दिन पहले ही अपनी मौत की आहट मिल गई थी। पिछली पेशी 21मार्च के दौरान मुख्तार अंसारी कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाजिर न होकर,बल्कि अपने वकील रणधीर सिंह सुमन द्वारा कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिलवाकर इसमें उसको जेल के खाने में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था। अब ये पत्र वायरल हो रहा है।
मुख्तार अंसारी के भाई और गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी ने भी हत्या की साजिश का आरोप लगते हुए कहा मुख्तार ने मुझे खुद बताया कि मुझे जहर दिया गया है।
सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा है कि ‘पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वह अत्यधिक चिंताजनक है। उन्होंने न्यायालय में अर्ज़ी देकर पहले ही ज़हर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो न जेल में कोई सुरक्षित, न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में। प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों को मुंह बंद रखने को विवश किया जा रहा है। क्या मुख़्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गयी अर्ज़ी के आधार पर यूपी सरकार कोई न्यायिक जाँच के आदेश करेगी ?
गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के पैतृक गांव में डीआईजी वाराणसी रेंज ओमप्रकाश सिंह, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और एसपी ओमवीर सिंह ने पुलिस बल के साथ उस कब्रिस्तान का मुआयना भी किया । मुख्तार की कब्र उनके पिता की कब्र के बगल में खोदी जाएगी पोस्टमार्टम के बाद सुपुर्दे खाक किया जाएगा।