किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के सनसनीखेज मामले में छः गिरफ्तार, भेजा जेल

“पूरी टीम ने घटना के सभी पहलुओं को देखकर बढ़िया खुलासा किया है, पीड़िता की पूरी मदद की जाएगी, जल्द ही घटना में शामिल और लोगों को जेल भेजेंगे :: एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल”

रिपोर्टर-नवाब अली, लक्सर

हरिद्वार/लक्सर। कुछ दिन पूर्व धर्मनगरी हरिद्वार के ग्रामीण अंचल में भारी अधर्म हुआ जब कोतवाली लक्सर क्षेत्र में एक किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की हृदय विदारक घटना हुई। जिसने जनपद समेत पूरे राज्य में सभी को स्तब्ध कर दिया था।

विस्तार

बीते 18 फरवरी को एक व्यक्ति फखरुद्दीन द्वारा कोतवाली लक्सर पर अपनी नाबालिग भतीजी के साथ आठ व्यक्तियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की लिखित शिकायत दी। जिस पर कोतवाली लक्सर पर मु0अ0सं0 168/2024 धारा- 376(2)n)/376(f)/388/506/511 भादवि व 5(l)(n)/6 पोक्सो एक्ट पंजीकृत किया गया था।

मामले का सच सामने लाने के लिए एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोभाल द्वारा विशेष टीमें गठित की गईं। यह सभी टीमें आपस में वैल कनेक्टेड थीं जो हर छोटी-बड़ी बात को आपस में शेयर कर रही थीं। पूरे राज्य की नजर इस बेहद संवेदनशील मामले पर थी जिस पर हरिद्वार पुलिस ने नियमों का पालन करते हुए अन्य कानूनी प्रक्रियाओं के बाद पीडिता का मेडिकल एवं धारा 164 द0प्र0सं0 के तहत पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज करवाए।

पीड़िता के बयानों के बाद घटनाक्रम ने एक नया हैरतअंगेज मोड़ सामने आया। जिसमें दुष्कर्म जैसे मानवता को शर्मसार कर देने वाले मामले में भी कुछ लोभियों द्वारा रुपए कमाने की भूख और लगे हाथों अपने दुश्मनों को भी जेल भेजने और पैसे ऐंठने की गहरी साजिश की बात सामने आई।

ये थी हकीकत

किशोरी दूर के रिश्ते के मामा असीम उर्फ अल्लू के साथ रहती थी जबकि किशोरी की मां जो मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ्य नहीं थी जो कहीं अलग रहती थी। दूर के रिश्ते का मामा असीम जो इस बात को बाख़ूबी जानता था कि इसका आगे पीछे कोई नहीं है, उसने अपने साथियों इब्दुल अहमान, टुनीश आदि के साथ जब कुछ महीनों तक किशोरी का शारीरिक शोषण किया तो किशोरी वहां से भाग कर किसी तरह अपनी मां के पास चली गई क्योंकि किशोरी अभी छोटी थी और उसकी मां कानूनी दांव पेंच आदि कुछ भी नहीं जानती थी इसलिए आरोपी पक्ष भी निश्चिंत थे कि हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। थोड़े समय पश्चात जब इस बात की मोटी मोटी जानकारी फखरुद्दीन को पता चली तो फखरुद्दीन ने किशोरी को पूरी तरीके से अपने विश्वास में लिया और विपक्षियों को कड़ी सजा दिलवाने के बहाने अपने साथ ले आया। किशोरी ने भी फखरुद्दीन को चाचा कहना शुरू कर दिया और मदद की आस में किशोरी अपनी मां के साथ अपने “मुंहबोले चाचा फखरुद्दीन” के पास आ गई। पूरी जानकारी होने पर कथित चाचा फखरुद्दीन ने मौका देखकर विक्षिप्त महिला (मां) को वहां से भगा दिया और अपने साथियों अलशाद, रहसान एवं टफीस के साथ मिलकर इस मामले में गांव के अपने दुश्मनों (जिनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था) का नाम भी इस मामले में डालते हुए मौके का फायदा उठाने की सोची।

मुंह बोले चाचा फखरुद्दीन और उसके साथियों अलशाद आदि ने गांव के अपने पुराने मामले में “रंजिश के तहत” विपक्षियों को फंसाने के लिए किशोरी को कहा कि तुम हमारे बताए हुए नाम वाले लोगों को पुलिस को और बाद में कोर्ट में भी बताना कि यह लोग भी शामिल थे।

षडयंत्र के तहत पीड़िता को बयान देने के लिए तैयार किया गया और पूरी तैयारी के साथ दिनांक 18/02/2024 को कोतवाली में आठ लोगों असीम उर्फ अल्लू आदि के खिलाफ नामजद दुष्कर्म का मुकदमा लिखा गया।

शामिल आरोपियों सहित गांव के कुछ बेगुनाह लोगों को मुकदमें में नामजद कर समझौते के नाम पर मोटी रकम ऐंठने का शानदार तरीके से ताना-बाना बुना गया था जिसे कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के सुदृढ़ नेतृत्व में गठित की गई पुलिस टीमों और उनका पर्यवेक्षण कर रहे अधिकारियों की सूझबूझ ने नाकाम कर दिया।

जानकारी होते ही धरपकड़ में जुटी टीमें-

पीडिता के 164 सीआरपीसी के बयानों में इन सभी बातों का खुलासा होने पर गठित पुलिस टीमों ने पीड़िता को विश्वास में लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए दिनांक 21.02.2024 को दुष्कर्म के आरोपी असीम उर्फ अल्लू, इब्दुल अहमान व टुनीश  तथा दुर्भाग्यपूर्ण घटना से भी पैसे कमाने के लालच में षड़यन्त्रकारी मुंह बोले चाचा फखरुद्दीन (वादी मुकदमा), अलशाद व रहसान को हिरासत में लिया जिनके एक साथी की तलाश जारी है। इन सभी को जेल भेजा गया।

क्योंकि मामला बेहद संवेदनशील है और विवेचना अभी जारी है इसलिए 8 नामजद में से और कौन-कौन गिरफ्तार होगा ये सब सुस्पष्ट तथ्यों/सबूतों के आधार पर ही तय होगा।

 

एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की पारखी निगाहें और पुलिस टीम की दूध का दूध एवं पानी का पानी करने की काबिलियत हरिद्वार पुलिस को बेजोड़ साबित करती है और निष्पक्ष रहते हुए कप्तान की “सच सामने लाने की जिद” की चर्चा आज पूरे जनपद में है। पूरे मामले में आमजनमानस द्वारा भी खुले दिल से एसएसपी के सशक्त नेतृत्व एवं कोतवाली लक्सर पुलिस की आदर्श विवेचना की जमकर तारीफ की जा रही है क्योंकि सभी इस बात को जानते थे/हैं कि किशोरी और उसकी बेबस मां की पैरवी करने वाला कोई नहीं था/है।

IQNews 24×7 टीम एसएसपी हरिद्वार श्री प्रमेंद्र डोभाल और उनकी टीम में शामिल अधिकारियों/पुलिसकर्मियों का आभार करती है।

नोट:- घटना संबंधी सभी नाम काल्पनिक हैं।

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