बाबर खान,
हरिद्वार/ज्वालापुर
17 जुलाई 2024।
आज हिजरी माह मुहर्रम की 10 तारीख यानी यौमे आशुरा के दिन को ताजिये निकाल कर इमाम हुसैन की शहादत को याद कर मोहर्रम पर्व अकीदत के साथ मनाया गया।
बात दें इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने मोहर्रम की दस तारीख को यौमे आशुरा के नाम से जाना जाता है। इस दिन पैगंबर मोहम्मद साहब के छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ इराक में कर्बला के मैदान में हक और बातिल की खातिर जालिम बादशाह यजीद से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। इमाम हुसैन ने शहीद होना कबूल किया, लेकिन फरेबी, झूठे, जालिम यजीद के सामने झुकना कबूल नहीं किया।
इस अवसर पर उपनगरी ज्वालापुर के मोहल्ला कोटरवान, मैदानियान, घोसियान, अहबाबनगर, बकरा मार्केट, कैतवाड़ा, मंडी का कुआं, लोधामण्डी, कैतवाड़ा व तेलियान के अलावा ग्रामीण इलाकों बहादराबाद, सलेमपुर, गढ़मीरपुर, तेलीवाला, धनपुरा, घिससुपुरा, मंगलौर में ताजिए निकाले गए।
इस दौरान लंगर व ठंडे पेय की सबील का प्रोग्राम भी चलता रहा।ताजियों के जुलूस में मर्सिया पढ़ने के साथ साथ युवाओं ने अखाड़े के करतब दिखाए। बड़ी मेहनत व लगन से बनाये गए ताजियों की खूबसूरती देख लोग मंत्रमुग्ध होते रहे। जुलूस के बाद ताजियों को सुपुर्द-ए- खाक किया गया।
वहीं इस्लामिया क़ादरी चेरिटेबल ट्रस्ट ने कल 16 जुलाई को लोकपर्व हरेला के उपलक्ष्य में हरिद्वार-रूडकी विकास प्राधिकरण के सहयोग से पर्यावरण के संरक्षण के लिए वृक्षारोपण किया और आज मुहर्रम पर्व पर इमाम हुसैन के नाम से भी छायादार व फलदार पौधे लगाकर वृक्षारोपण किया। वृक्षारोपण में मुस्लिम सेवा संगठन के महानगर अध्यक्ष नदीम अली ने संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ भागीदारी की।
इस्लामिया क़ादरी चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबर खान ने लोगो से पेड़ लगाने की अपील करते हुए कहा पर्यावरण के असंतुलन के चलते भीषण गर्मी पड़ने से जनजीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इंसानों के साथ साथ पशु पक्षी भी हताहत हो रहे हैं पेड़ लगाना ही इसका समाधान है और पर्यावरण के हित में है।
इस मौके पर एडवोकेट गुलबहार अहमद खां, ज़ैनुल अंसारी, उमर खान, बुरहान अली,अनवार अंसारी, समीर अंसारी, सलीम ख्वाजा, सकूने नजर, आजाद क़ादरी,नासिर खान, इरफान सलमानी,गुलजार सलमानी आदि मौजूद रहे।