बाबर खान 01 अगस्त 2024।
हिमाचल प्रदेश में छह जगह पर बादल फटने से तबाही मची हुई है। इस प्रकृति आपदा में 44 लोग लापता हैं।11 लोगों की मौत होगयी है। आशंका जताई जा रही है कि बादल फटने से आई बाढ़ में लोग बह गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश में कुल्लू, मंडी, लाहौल-स्पीति व चंबा में छः जगह बादल फटे हैं। बादल फटने से भारी तबाही मची है। प्रदेश में 44 लोग लापता हो गए हैं। अभी तक 11 शव बरामद हो चुके हैं। 47 घर, 10 दुकानें, 7 पुल, तीन स्कूल, एक डिस्पेंसरी, बस अड्डा, 18 वाहन, दो पावर प्रोजेक्ट और एक बांध बह गया है। मंडी जिले में 35 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं। बादल फटने की घटना के बाद मंडी के पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। डीसी ने आदेश जारी किए हैं। कुल्लू में भी सभी शिक्षण संस्थान 2 अगस्त के लिए बंद कर दिए गए हैं।
चौहार घाटी के दुर्गम गांव राजवन में बुधवार रात करीब 12:00 बजे बादल फटने के बाद तबाही मच गई। पानी व मलबे की चपेट में आकर तीन घर बह गए। इस त्रासदी में तीन घरों में मौजूद 12 लोग लापता हो गए। हालांकि, बाद में दो घायल अवस्था में मिले। जबकि तीन लोगों के शव बरामद हुए हैं। सात लोग अभी भी लापता हैं। डीसी अपूर्व देवगन और रेस्क्यू टीमें पैदल ही प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना की गई। मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यो में जुटा है। सड़कें और रास्ते टूटने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है।
सीएम ने अधिकारियों के साथ की आपात बैठक
बादल फटने की घटना से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शुक्रवार को हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे। खराब मौसम के चलते आज गुरुवार को उड़ान नही हो पाई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। उन्होंने लोगों अनुरोध कि वे नदी-नालों के किनारे न जाएं। एयरफोर्स को भी तैयार रहने को कहा है। कहा कि सभी अधिकारी जायजा ले रहे हैं। राजस्व मंत्री के साथ मौके के लिए रवाना हुए हैं। उन्होंने एनडीआरएफ की दो टीमें भेजने को कहा है। प्रदेश की स्थिति नियंत्रण में है। जान-माल की क्षति हुई है। हम इस चुनौती को युद्ध की तरह लड़ रहे हैं। केंद्र से आग्रह किया कि आपदा में मदद करें।