संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का मंगलवार को 94 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने मुरादाबाद के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। लगभग पिछले 20 दिनों से उनका स्वास्थ्य खराब चल रहा था। उन्हें शारीरिक कमजोरी और लूज मोशन के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें किडनी में इन्फेक्शन की समस्या बताई थी।
शफीकुर्रहमान का जन्म 11 जुलाई 1930 को हुआ था। उन्होंने चौधरी चरण सिंह के साथ राजनीति की शुरुआत की थी। वह बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी रहे। उन्हें देशभर में मुस्लिमों की आवाज बुलंद करने और ईमानदार छवि होने के लिए जाना जाता रहा हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी के गठन के समय भी मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर काम किया था और वह सपा के फाउंडर मेंबर भी कहलाते हैं।
हॉस्पिटल के MD डॉ. अनुराग मेहरोत्रा के अनुसार, डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का आज सुबह 9 बजे दिल का दौरा पड़ा। करीब 9.45 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।
6 दिन पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनसे मिलने के लिए मुरादाबाद पहुंचे थे।समाजवादी पार्टी ने इस बार भी डॉ० शफीकुर्रहमान बर्क को लोकसभा का टिकट दिया था। 17वीं लोकसभा में वे सबसे उम्रदराज सांसद थे। वह 1974 में बीकेडी से संभल से पहली बार विधायक बने। 1985 में लोकदल, 1989 में जनता दल से विधायक रहे। 1995 में सपा का दामन थामा। 1996 में मुरादाबाद से सांसद चुने गए। लगातार तीन बार जीते। 2009 में संभल से बसपा से सांसद बने। 2014 में पराजित रहे। 2019 में वह सपा से जीते। डॉ शफीकुर्रहमान बर्क 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रहे।