देहरादून । ढालीपुर से कुल्हाल के बीच शक्तिनहर किनारे परियोजना की भूमि पर अतिक्रमण कर बने मंदिर, मस्जिद और मदरसा समेत 106 अवैध कब्जों को यूजेवीएनएल की जेसीबी ने जमींदोज कर दिया। मौके पर जुटी भारी भीड़ के बीच जेसीबी एक-एक कर अतिक्रमण को ढहाती रही। टीम ने ढकरानी में पिछली कार्रवाई के दौरान बचे दो अवैध कब्जों को भी ध्वस्त कर दिया।
शुक्रवार को आसन बैराज कैंटीन के पास प्रशासन, पुलिस और यूजेवीएनएल की संयुक्त टीम एकत्र हुई। एसडीएम विनोद कुमार, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, सीओ भाष्कर शाह, यूजेवीएनएल के डीजीएम हेमंत श्रीवास्तव और अधिशासी अभियंता अभय सिंह के नेतृत्व में अभियान शुरू हुआ। अतिक्रमण को हटाने के लिए तीन टीमें गठित की गईं थीं। पहली टीम को कुल्हाल भेजा गया। वहीं दो टीम कुंजा ग्रांट और मटक माजरी रवाना हुईं।
कुंजा ग्रांट के कुंजा में टीम ने एक एक कर कब्जों को ढहाना शुरू किया। हालांकि टीम के पहुंचने से पहले ही अतिक्रमणकारियों ने अपना सामान समेटना शुरू कर दिया था। कई लोग अपने अतिक्रमण स्वयं तोड़ रहे थे। पुलिस टीम ने अतिक्रमण तोड़ रहे लोगों को मौके से हटाया और जेसीबी ने कब्जे ध्वस्त करने शुरू कर दिए। अतिक्रमणकारियों ने कब्जों को तोड़ने के लिए मोहलत मांगी। लेकिन टीम ने कहा कि कब्जों को स्वयं हटाने के लिए नौ महीने से अधिक समय दिया गया था। टीम ने एक-एक कर कब्जे ध्वस्त कर दिए।
मटक माजरी में टीम ने एक निर्माणाधीन मंदिर और मदरसे समेत कई अवैध निर्माण को तोड़ा। ढकरानी में पूर्व में की कार्रवाई के दौरान बचे एक मदरसे और एक मस्जिद के अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया। कुल्हाल में पुलिस चौकी के पास 13-14 दुकानों को भी पूरी तरह से ढहा दिया गया। शाम करीब 5.30 बजे तक चली कार्रवाई के लिए दौरान 106 अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। यूजेवीएनएल के अधिशासी अभियंता अभय सिंह ने बताया कि 106 अवैध निर्माण को हटाया गया है। 17 पक्के और 89 कच्चे निर्माण थे। बताया कि दो निर्माण पूर्व के थे।
तहसीलदार सुरेंद्र सिंह, कोतवाली प्रभारी विकासनगर सूर्यभूषण सिंह नेगी, थाना प्रभारी सहसपुर गिरीश नेगी, थाना प्रभारी कालसी वैभव गुप्ता, थाना प्रभारी सेलाकुई शैंकी कुमार, सहायक अभियंता अवतार सिंह, संजीव कुमार, राजेश बहुगुणा, छत्रपाल सिंह, जेई राजीव बुटोला, सुमित डिमरी, गोविंद, रिंंकल तोमर, मन्नू राणा, चौकी प्रभारी कुल्हाल प्रवीण सैनी, चौकी प्रभारी हरबर्टपुर पंकज कुमार, चौकी प्रभारी डाकपत्थर अर्जुन गुसाईं, चौकी प्रभारी धर्मावाला भरत सिंह रावत आदि ध्वस्तीकरण टीम में शामिल रहे।